रक्षा मंत्रालय के ऑडिटर समेत तीन गिरफ्तार, 8 लाख की रिश्वत लेते पकड़े गए

Defence Ministry: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने रक्षा मंत्रालय के प्रधान नियंत्रक रक्षा लेखा (PCDA) कार्यालय में तैनात एक वरिष्ठ ऑडिटर और दो निजी व्यक्तियों को 8 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए दो अन्य आरोपी एक प्राइवेट डिफेंस सप्लायर और उसके कर्मचारी हैं. CBI ने 7 फरवरी 2025 को इस मामले में केस दर्ज किया था. शिकायतकर्ता खुद भी एक डिफेंस सप्लायर है.
भुगतान के बदले मांगी गई रिश्वत
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि वरिष्ठ ऑडिटर और एक प्राइवेट डिफेंस सप्लायर ने उसके पहले से मंजूर हो चुके बिलों के भुगतान के बदले 10 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी. इतना ही नहीं, आरोपी ऑडिटर ने यह धमकी भी दी थी कि अगर रिश्वत नहीं दी गई, तो भविष्य में उसके और बिलों का भुगतान अटका दिया जाएगा. बाद में आरोपी अधिकारी ने 10 लाख की जगह 8 लाख रुपये की पहली किस्त लेने की सहमति दी और शिकायतकर्ता को यह रकम एक प्राइवेट डिफेंस सप्लायर के कर्मचारी को देने को कहा.
CBI का जाल, रंगे हाथों पकड़े गए आरोपी
सीबीआई ने इस मामले में जाल बिछाया और जैसे ही आरोपी कर्मचारी शिकायतकर्ता से 8 लाख रुपये की रिश्वत ले रहा था, उसे मौके पर ही पकड़ लिया गया. इसके बाद CBI ने आरोपी निजी कंपनी के मालिक को भी गिरफ्तार कर लिया. जांच के दौरान सीबीआई को पता चला कि आरोपी सरकारी अधिकारी रक्षा मंत्रालय के प्रधान नियंत्रक रक्षा लेखा (PCDA), रक्षा कार्यालय परिसर, नई दिल्ली में वरिष्ठ ऑडिटर के पद पर तैनात है, उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
सीबीआई इस मामले में गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस भ्रष्टाचार में और कौन-कौन शामिल हो सकता है. रक्षा क्षेत्र में इस तरह की रिश्वतखोरी से जुड़ा यह मामला बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि इसमें सरकारी अधिकारी और प्राइवेट डिफेंस सप्लायर की मिलीभगत सामने आई है.
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