ईद-रामनवमी पर इस राज्य में हो सकती है उपद्रव फैलाने की कोशिश! पुलिस को मिली खुफिया जानकारी

West Bengal Police: पश्चिम बंगाल पुलिस ने शनिवार (29 मार्च, 2025) को कहा कि शांति और सौहार्द बनाए रखना सालों से राज्य की पहचान रहा है और इसने लोगों को ईद-उल-फितर और रामनवमी के त्योहारों के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी फैलाने के कृत्यों के प्रति आगाह किया.
राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) और महानिरीक्षक (आईजीपी) (कानून एवं व्यवस्था) जावेद शमीम ने लोगों से आग्रह किया कि अगर उन्हें कोई फर्जी खबर, वीडियो, भड़काऊ संदेश या अशांति फैलाने का प्रयास नजर आए तो वे पुलिस को सूचित करें. उन्होंने कहा कि पुलिस को कुछ क्षेत्रों में अशांति फैलाने के प्रयासों के बारे में खुफिया जानकारी मिली है.
शमीम ने कहा, ‘‘हमें पता चला है कि त्योहारों के दौरान लोगों में भावनाएं भड़काने के प्रयास किए जा रहे हैं. प्रशासन सतर्क है और अगर किसी को गड़बड़ी पैदा करने की कोई कोशिश नजर आती है तो हम चाहते हैं कि वह पुलिस को जानकारी दे. हम गोपनीयता सुनिश्चित करेंगे और जरूरत पड़ने पर त्वरित कार्रवाई करेंगे.’’
‘बंगाल की परंपरा बरकार रखें सभी समुदाय’
दक्षिण बंगाल के एडीजी और आईजीपी सुप्रतिम सरकार ने कहा कि शांति और सौहार्द बनाए रखने की बंगाल की परंपरा को ध्यान में रखते हुए सभी समुदायों की ओर से ईद और रामनवमी दोनों त्योहारों को शांतिपूर्ण ढंग से मनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि शांति और सौहार्द बिगाड़ने वाले किसी भी संदेश, नारे या अभियान से सख्ती से निपटा जाएगा.
सरकार ने कहा, ‘‘अगर कोई व्यक्ति दुश्मनी, घृणा फैलाने या शांति भंग करने का प्रयास करते हुए पाया जाता है तो उस पर कानून की संबंधित धाराओं के तहत आरोप लगाया जाएगा और हमने जनता से सहयोग मांगा है.’’
हिंसक झड़प के मामले में 50 लोग गिरफ्तार
कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा ने एक अन्य कार्यक्रम से इतर बताया कि कई संवेदनशील इलाकों को चिह्नित किया गया है और पुलिस नजर रख रही है. उन्होंने कहा कि स्थिति अब शांतिपूर्ण और सामान्य है. इस बीच, उत्तर बंगाल के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) राजेश यादव ने बताया कि मालदा जिले के मोथाबारी में स्थिति सामान्य हो रही है, जहां गुरुवार को दो समूहों के बीच हुई झड़प के सिलसिले में कुल 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने बताया कि प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने क्षेत्र में शांति बहाल करने के लिए बैठक की. उन्होंने कहा कि मोथाबारी में सामान्य स्थिति लौट रही है, जहां कुछ दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान फिर से खुल गए हैं. स्थानीय लोगों के मुताबिक, बुधवार शाम को एक धार्मिक जुलूस के एक पूजा स्थल से गुजरने के बाद गुरुवार को उपद्रव शुरू हुआ था. हिंसा के कारण आगजनी, तोड़फोड़ और लोगों पर हमले हुए.
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