उड़ीसा में जगन्नाथ भगवान की भूमि पर चढ़ने की कोशिश, कानून मंत्री बोले- सरकार इस पर ध्यान नहीं देगी
ओडिशा समाचार: ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की जमीन पर विवाद हुआ और फिर उन पर मुकदमा चलाने का मामला सामने आया। इस मामले के सामने आने के बाद प्रशासन में हंगामा हुआ है। सरकार भी इस मामले में एक्शन में नजर आ रही है। सरकारी जांच के आदेश नीचे दिये गये हैं।
श्री जगननाथ प्रशासन मंदिर (एसजेटी) ने शनिवार को बसंती साही पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की थी। इस याचिका में कहा गया था कि पुरी में मतीटोटा मौजा के तहत भगवान जगन्नाथ की भूमि पर धावा बोलने की कोशिश की जा रही थी।
कानून मंत्री ने दिया बड़ा बयान
इस मामले के सामने आने के बाद राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए कहा, “इस कार्य में हम सभी लोगों को शामिल करते हुए अगली कड़ी से कार्रवाई करेंगे। अगर किसी ने जमीन को खरीदा है तो हम विक्रेता, ग्राहक, आने वाले हैं।” सब-राजस्थान में उन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई शामिल है, जो जमीन पर कब्जा कर लिया गया है।
इस दौरान उन्होंने आगे कहा कि भगवान जगन्नाथ की एक इंच जमीन पर कोई भी आपत्ति न होने दें।
पुरी पुजारी सिद्धार्थ शंकर स्वान ने कही ये बात
पुरी पुजारी सिद्धार्थ शंकर स्वैन ने कहा कि प्रशासन ने भगवान जगन्नाथ की भूमि की अवैध बिक्री के आरोप की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, “प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि कुछ गरीब लोगों ने नोटरी से हलफनामा प्राप्त करने के बाद अवैध रूप से जमीन पर दाखिला लिया है। आगे की जांच चल रही है और दोस्ती को शामिल कर दिया गया है। पाए जाने वाले लोगों की जल्द ही पुष्टि की गई है ही पहचान कर लूंगा.”
60,426 एकड़ जमीन पर मंदिर का मालिकाना हक है
मान्यता है कि पुरी में जगन्नाथ मंदिर के पास ओडिशा के 24 स्टूडियो में लगभग 60,426 एकड़ जमीन है। वहीं, राज्य के बाहर भी मंदिर के पास 395 भूमि भी है। प्रशासन के अनुसार, मंदिर संपत्ति, खाता संख्या 38 के अंतर्गत पंजीकृत है। इसमें 109 कलाकार शामिल हैं. इन सभी का मंदिर का मालिकाना हक है।