करीब 7 साल बाद इफ्तार पार्टी में दिखे राहुल गांधी, जानें क्या है असल वजह

Rahul Gandhi Iftar Get together: कांग्रेस नेता राहुल गांधी करीब सात साल के बाद बुधवार (26 मार्च, 2025) को इफ्तार पार्टी में शामिल हुए. राज्यसभा सांसद और कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रमुख इमरान प्रतापगढ़ी की इफ्तार पार्टी में नेता विपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और इंडिया गठबंधन के कई सांसदों ने शिरकत की.
समाजवादी पार्टी से धर्मेंद्र यादव, जया बच्चन, आम आदमी पार्टी से संजय सिंह, टीएमसी से महुआ मोइत्रा, एनसीपी शरद पवार से सांसद फौजिया खान इमरान प्रतापगढ़ी के घर इफ्तार में शिरकत करते दिखे. दिलचस्प बात यह रही कि मेहमानों को मिले तोहफे में संविधान की एक प्रति भी थी.
इमरान प्रतापगढ़ी ने शेयर की तस्वीरें
इफ्तार की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते हुए इमरान प्रतापगढ़ी ने लिखा, “आज घर पर आयोजित इफ़्तार की दावत में तशरीफ लाने के लिये नेता प्रतिपक्ष लोकसभा राहुल गांधी, नेता प्रतिपक्ष राज्यसभा मल्लिकार्जुन खरगे सहित विभिन्न पार्टियों के तमाम वरिष्ठ सांसदों का दिल से शुक्रिया. रमजान हमें अम्न और मुहब्बत का पैगाम देता है. हमारा भारत मुहब्बत की खुश्बू से हमेशा महकता रहे”.
2018 में राहुल गांधी ने दी थी इफ्तार पार्टी
राहुल गांधी इससे पहले 2018 की इफ्तार पार्टी में नजर आए थे जिसकी बतौर कांग्रेस अध्यक्ष उन्होंने खुद मेजबानी की थी. उसके अगले ही साल लोकसभा चुनाव में हार के बाद उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर बीते ढाई सालों के कार्यकाल में मल्लिकार्जुन खरगे ने इफ्तार पार्टी का आयोजन नहीं किया है. हालांकि, बीते हफ्ते इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में खरगे नजर आए थे जिसमें सोनिया गांधी भी शामिल हुई थीं.
बीते कुछ सालों से रमजान के वक्त राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा जरूर होती है कि कांग्रेस और खास तौर पर राहुल गांधी ने इफ्तार से दूरी क्यों बनाई हुई है? हालांकि बीच में कांग्रेस की तरफ से कोरोना पाबंदी जैसी दलील दी जाती रही. माना जाता है कांग्रेस नेतृत्व के इस रूख के पीछे बीजेपी द्वारा बनाई गई “मुस्लिम तुष्टिकरण” वाली छवि से बचने की कवायद है.
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