कर्नल सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी को लेकर विजय शाह की बढ़ेगी मुश्किलें, मंत्री पद से हटाने के लिए

कर्नल सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी को लेकर विजय शाह की बढ़ेगी मुश्किलें, मंत्री पद से हटाने के लिए

भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह को हटाने का अनुरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट में बुधवार (23 जुलाई, 2025) को एक याचिका दायर की गई है. कांग्रेस नेता जया ठाकुर की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि विजय शाह के बयान से अलगाववादी भावनाएं भड़कने और देश की एकता को खतरा है.

विजय शाह के बयान से देश की एकता और संप्रभुता को खतरा- जया ठाकुर

याचिका में कांग्रेस नेता जया ठाकुर ने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश के मंत्री का यह बयान कि कर्नल सोफिया कुरैशी उस आतंकवादी की बहन हैं जिसने पहलगाम में हमला किया था, यह किसी भी मुस्लिम व्यक्ति पर आरोप लगाकर उसमें अलगाववादी भावनाओं को बढ़ावा देता है. इससे भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरा है. यह टिप्पणी सीधे तौर पर भारत के संविधान की अनुसूची तीन के तहत ली गई शपथ का उल्लंघन है.’’

विजय शाह के मामले में सुप्रीम कोर्ट तीन सदस्यीय SIT का किया था गठन

सुप्रीम कोर्ट ने 28 मई को विजय शाह की टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में कार्यवाही को बंद करने का आदेश देते हुए कहा था कि वह इस मामले पर गौर करेगी. सुप्रीम कोर्ट ने अपने पहले के आदेश के अनुपालन में मध्य प्रदेश सरकार की ओर से गठित विशेष जांच दल (SIT) से वस्तु स्थिति रिपोर्ट मांगी है.

सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई को, मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह को फटकार लगाई और उनके खिलाफ दर्ज मामले में जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया था.

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आतंकवादियों पर टिप्पणी करते हुए नेता ने दिया था बयान

विजय शाह उस समय आलोचनाओं के घेरे में आ गए जब एक वीडियो व्यापक रूप से प्रसारित हुआ, जिसमें उन्हें कर्नल कुरैशी के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए देखा गया था. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर प्रेस वार्ता के दौरान कर्नल कुरैशी और भारतीय वायुसेना में महिला अधिकारी विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने देश को जानकारी दी थी.

सुप्रीम कोर्ट के साथ मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने विजय शाह को लगाई थी फटकार

मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने विजय शाह को कर्नल कुरैशी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने और अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल करने के लिए फटकार लगाई और पुलिस को द्वेष और नफरत को बढ़ावा देने के आरोप में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया. कोर्ट की ओर से फटकार लगने और कड़ी निंदा के बाद विजय शाह ने खेद व्यक्त किया और कहा कि वह कर्नल कुरैशी को अपनी बहन से भी अधिक सम्मान करते हैं.

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