‘डुबकी मैंने लगाई और ठंड खरगे को लगी’, महाकुंभ में स्नान पर अमित शाह का कांग्रेस अध्यक्ष पर वार

Amit Shah Slams Mallikarjun Kharge: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार (28 जनवरी, 2025) को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर ‘गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी दूर नहीं होगी’ वाली टिप्पणी के लिए निशाना साधा और उन पर सनातन धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया. अमित शाह ने कहा कि महाकुंभ में डुबकी मैंने लगाई थी, लेकिन ठंड मल्लिकार्जुन खरगे को लग रही है.
राजधानी दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार के लिए एक चुनावी जनसभा में संबोधन के दौरान शाह ने यह कहते हुए खरगे पर तंज भी कसा कि डुबकी उन्होंने लगाई पर ठंड कांग्रेस अध्यक्ष को लग गई.
क्या बोले अमित शाह?
अमित शाह ने कहा, ‘‘मैंने कल महाकुंभ में गंगा जी में डुबकी लगाई… डुबकी मैंने लगाई और ठंड खरगे जी को लग गई. खरगे ने पूरे जीवन में गंगा में डुबकी नहीं लगाई, लेकिन उनकी पार्टी ने गरीबों का क्या भला किया, यह पूरा देश जानता है. भाजपा इस देश की परंपरा और आस्था में विश्वास करती है. इसलिए, भव्य करतारपुर साहिब कॉरिडोर भी बनता है और महाकुंभ का मेला भी लगता है. 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने गंगा में डुबकी लगाई और देश के करोड़ों गरीबों को गैस कनेक्शन, शौचालय, बिजली, मुफ्त अनाज, मुफ्त इलाज समेत सारी सुविधाएं दीं.’’
‘सनातन धर्म का अपमान करती है कांग्रेस’
अमित शाह ने कहा, “कांग्रेस पार्टी हमेशा सनातन धर्म का अपमान करती है. खरगे साहब… आपको सनातन धर्म में श्रद्धा नहीं है तो कोई बात नहीं, लेकिन करोड़ों सनातनियों का मजाक मत उड़ाइए.’’
खरगे ने भाजपा पर साधा था निशाना
मध्य प्रदेश के इंदौर के पास महू में ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा था कि भाजपा नेता तब तक डुबकी लगाते रहते हैं, जब तक कि यह कैमरे पर अच्छा न लगे (अच्छी तरह से फिल्माया न जा सके). हालांकि, खरगे ने जोर दिया कि वह यह कहकर किसी की आस्था पर सवाल नहीं उठा रहे हैं और कहा कि यदि उनकी टिप्पणी से किसी को ठेस पहुंची है तो वह माफी मांगते हैं.
झूठे वादों के जाल में मत फंसिए
खरगे ने कहा, “नरेंद्र मोदी के झूठे वादों के जाल में मत फंसिए. क्या गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी खत्म हो जाती है? क्या इससे आपका पेट भर जाएगा? मैं किसी की आस्था पर सवाल नहीं उठाना चाहता. अगर किसी को बुरा लगा हो, तो मैं माफी मांगता हूं, लेकिन मुझे बताइए, जब एक बच्चा भूख से मर रहा है, स्कूल नहीं जा रहा है, मजदूरों को उनका हक नहीं मिल रहा है. ऐसे समय में ये लोग हजारों रुपये खर्च कर रहे हैं और (गंगा में) डुबकी लगाने की होड़ में लगे हैं.’’
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