तेलंगाना में गर्भवती महिला को हुई प्रसव पीड़ा, ग्रामीणों ने उफनती नदी पार कर बचाई जान

तेलंगाना के मुलुगु जिले के ताडवायी मंडल के बंधाला ग्राम पंचायत अंतर्गत आने वाले अल्लिगुडेम गांव में एक गर्भवती आदिवासी महिला, गुम्मडी कृष्णवेणी को प्रसव पीड़ा होने पर ग्रामीणों ने अपनी जान जोखिम में डालकर उसे नदी पार कर अस्पताल पहुंचाया. यह घटना शुक्रवार (25 जुलाई, 2025) सुबह हुई, जब भारी बारिश के कारण वट्टि नदी उफान पर थी.
कृष्णवेणी को सुबह-सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हुई. अल्लिगुडेम से पोचापुर कंटेनर अस्पताल तक जाने का रास्ता वट्टि नदी से होकर गुजरता है, जो बारिश के कारण उफन रही थी. सड़क या पुल न होने के कारण ग्रामीणों के पास नदी पार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. गांव के लोगों ने एकजुट होकर कृष्णवेणी को कंधों पर उठाया और कमर तक पानी में उतरकर नदी पार की. इस दौरान महिला को तीन घंटे तक तीव्र दर्द का सामना करना पड़ा.
नदी पार करना आम बात
ग्रामीणों में से एक, रामू ने कहा, ‘हमारे लिए नदी पार करना आम बात है, लेकिन बारिश में यह बहुत खतरनाक हो जाता है. फिर भी हमने मिलकर बहन को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया.’ उनकी इस हिम्मत की सोशल मीडिया पर भी प्रशंसा हो रही है.
पोचापुर कंटेनर अस्पताल के डॉ. सुरेश रेड्डी ने बताया, ‘महिला को समय पर लाया गया, जिसके कारण उनकी स्थिति स्थिर है. ग्रामीणों का यह प्रयास सराहनीय है.’ हालांकि, उन्होंने क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं की कमी पर चिंता जताई.
लंबे समय से पुल निर्माण की मांग
स्थानीय पंचायत अधिकारी वेंकट राव ने कहा, ‘हमने इस समस्या को जिला प्रशासन के सामने रखा है. वट्टि नदी पर पुल निर्माण की मांग लंबे समय से की जा रही है.’ ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के मौसम में ऐसी घटनाएं आम हैं, क्योंकि गांव में सड़क और पुल जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं.
ये भी पढ़ें:- छात्रों को मानसिक दबाव से बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने जारी की गाइडलाइंस, देखें पूरी लिस्ट