पैसों के लालच में लाते थे, फिर किडनी निकालकर बेंच देते, हैरान कर रहा मामला
Hyderabad Kidney Rip-off: रंगा रेड्डी जिला के सरूरनगर में स्थित अलकनंदा मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में बिना सरकारी अनुमति के अवैध किडनी ट्रांसप्लांट का रैकेट सामने आया है. पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को इस अवैध धंधे की जानकारी मिली थी. जब इस मामले की जांच की गई तो पता चला कि हॉस्पिटल केवल सामान्य मेडिकल सेवाओं के लिए अधिकृत था, जबकि यहां किडनी ट्रांसप्लांट जैसी जटिल सर्जरी भी की जा रही थी.
जांच में ये भी सामने आया कि अन्य राज्यों से लोगों को पैसों का लालच देकर हैदराबाद लाया जाता था. फिर बाहरी राज्यों के डॉक्टरों की मिलीभगत से उनकी किडनी निकालकर उन्हें 50 लाख रुपये तक में बेच दिया जाता था. इस अवैध कारोबार का नेटवर्क काफी बड़े पैमाने पर फैल चुका था.
पुलिस ने किया हॉस्पिटल को सील
पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन के तहत एक हॉस्पिटल में छापा मारा और तमिलनाडु की दो महिलाओं की किडनी को कर्नाटक के दो मरीजों में अवैध रूप से ट्रांसप्लांट करने के सबूत जुटाए हैं. जांच में पता चला कि ये एक संगठित किडनी रैकेट था जिसमें अस्पताल के प्रबंध निदेशक सुमंत चारी और बाकी स्टाफ सदस्य शामिल थे. पुलिस ने अस्पताल के अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है और हॉस्पिटल को सील कर दिया है. इस मामले में किडनी तस्करी के गंभीर आरोप हैं और अब जांच एजेंसियां आगे की कार्रवाई कर रही हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने दिए कड़े आदेश
घटना का संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राजा नरसिम्हा ने अवैध किडनी रैकेट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है. उन्होंने अधिकारियों को इस मामले में तेजी से जांच करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. यह घटना देश में स्वास्थ्य क्षेत्र में बढ़ती अवैध गतिविधियों और किडनी तस्करी की गंभीरता को उजागर करती है. ऐसे में स्वास्थ्य मंत्री के आदेश से ये उम्मीद जताई जा रही है कि इस तरह के रैकेट्स पर काबू पाया जा सकेगा.
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