फिर खराब हुई हवा, रोज 5 सिगरेट के बराबर ‘जहर’ पी रहे हैं आप, जानिए अपने शहर का हाल

<p type="text-align: justify;"><sturdy>India Most Polluted Metropolis:</sturdy> दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कुछ अन्य शहरों की हवा एक बार फिर खराब होने लगी है. देश के कई शहरों में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) बेहद खतरनाक स्तर को पार कर गया है. कड़ाके की ठंड के बीच खराब हवा के अटैक ने लोगों की चिंताएं और बढ़ा दी हैं.</p>
<p type="text-align: justify;">यहां हम आपको विस्तार से बताएंगे कि आखिर देश में किस शहर की हवा सबसे ज्यादा खराब है, किस तरह यहां लगातार हवाओं में जहर घुल रहा है. साथ ही जानेंगे कि अगर आप प्रदूषित शहर में रह रहे हैं तो आपको क्या-क्या परेशानी हो सकती है और किन बातों का ध्यान रखना होगा.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy>ये हैं 5 सबसे प्रदूषित शहर</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy>1. नई दिल्ली</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">देश में सबसे खराब हवा राजधानी दिल्ली की है. aqi.in के डेटा के अनुसार, सोमवार सुबह करीब 6 बजे दिल्ली का एक्यूआई 358 दर्ज किया गया, जो देश में सबसे अधिक था. इस डेटा के साथ दिल्ली देश ही नहीं, दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में पहले नंबर पर रहा.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy> </sturdy><sturdy>इस तरह यहां बढ़ रहा ग्राफ</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">दिल्ली के पिछले पांच दिन के एक्यूआई पर नजर डालें तो यह लगातार बढ़ता नजर आ रहा है. यहां 17 दिसंबर को एक्यूआई 462, 18 दिसंबर का 504, 19 दिसंबर को 526, 20 दिसंबर को 435, 21 दिसंबर को 460 और 22 दिसंबर 456 एक्यूआई दर्ज किया गया.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy> </sturdy><sturdy>दिल्ली में रहना कितना खतरनाक</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">एक्यूआई के डेटा और रिपोर्ट की मानें तो यहां हवा की जो स्थिति अभी है, उस लिहाज से दिल्ली में रहना काफी खतरनाक है. सोमवार के डेटा के मुताबिक हवा में इतना जहर है कि आदमी बिना सिगरेट पीए ही रोज 9.3 सिगरेट के बराबर हानिकारक धुआं पी रहा है. पिछले एक हफ्ते में एक आदमी करीब 65 सिगरेट के बराबर प्रदूषित हवा पी चुका है. ऐसी स्थिति में घर में रहना ही बेहतर है, बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें. संभव हो तो घर में एय़र प्यूरीफायर लगवाएं. इस हालात में अस्थमा होने का खतरा ज्यादा है.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy>2. गाजियाबाद</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">दिल्ली से सटे गाजियाबाद की हवा भी काफी खराब है. सोमवार सुबह करीब 6 बजे गाजियाबाद का एक्यूआई 310 दर्ज किया गया.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy> </sturdy><sturdy>इस तरह यहां बढ़ रहा ग्राफ</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">गाजियाबाद के पिछले सात दिन के एक्यूआई पर नजर डालें तो यह लगातार बढ़ता नजर आ रहा है. यहां 17 दिसंबर को एक्यूआई 454, 18 दिसंबर का 454, 19 दिसंबर को 481, 20 दिसंबर को 426, 21 दिसंबर को 439 और 22 दिसंबर 392 एक्यूआई दर्ज किया गया.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy> </sturdy><sturdy>गाजियाबाद में रहना कितना खतरनाक</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">एक्यूआई के डेटा और रिपोर्ट की मानें तो यहां हवा की जो स्थिति अभी है, उस लिहाज से गाजियाबाद में रहना काफी खतरनाक है. सोमवार के डेटा के मुताबिक हवा में इतना जहर है कि आदमी बिना सिगरेट पीए ही रोज 7.3 सिगरेट के बराबर हानिकारक धुआं पी रहा है. पिछले एक हफ्ते में एक आदमी करीब 51.1 सिगरेट के बराबर प्रदूषित हवा पी चुका है. ऐसी स्थिति में घर में रहना ही बेहतर है, बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें. संभव हो तो घर में एय़र प्यूरीफायर लगवाएं. इस हालात में अस्थमा होने का खतरा ज्यादा है.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy>3. नोएडा </sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">प्रदूषण के मामले में नोएडा की हालत भी काफी खराब है. यहां का एक्यूआई भी खतरनाक स्तर पर बना हुआ है. सोमवार सुबह करीब 5 बजे नोएडा का एक्यूआई 280 दर्ज किया गया.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy> </sturdy><sturdy>इस तरह यहां बढ़ रहा ग्राफ</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">नोएडा के पिछले सात दिन के एक्यूआई पर नजर डालें तो यह लगातार बढ़ता नजर आ रहा है. यहां 17 दिसंबर को एक्यूआई 396, 18 दिसंबर का 396, 19 दिसंबर को 414, 20 दिसंबर को 357, 21 दिसंबर को 343 और 22 दिसंबर 338 एक्यूआई दर्ज किया गया.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy> </sturdy><sturdy>नोएडा में रहना कितना खतरनाक</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">एक्यूआई के डेटा और रिपोर्ट की मानें तो यहां हवा की जो स्थिति अभी है, उस लिहाज से नोएडा में रहना काफी खतरनाक है. सोमवार के डेटा के मुताबिक हवा में इतना जहर है कि आदमी बिना सिगरेट पीए ही रोज 5.7 सिगरेट के बराबर हानिकारक धुआं पी रहा है. पिछले एक हफ्ते में एक आदमी करीब 39.9 सिगरेट के बराबर प्रदूषित हवा पी चुका है. ऐसी स्थिति में घर में रहना ही बेहतर है, बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें. संभव हो तो घर में एय़र प्यूरीफायर लगवाएं. इस हालात में अस्थमा होने का खतरा ज्यादा है.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy>4. हापुड़</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">गाजियाबाद से सटा और एनसीआर में शामिल हापुड़ में भी हवा की गुणवत्ता खराब है. सोमवार सुबह करीब 7 बजे हापुड़ का एक्यूआई 316 दर्ज किया गया.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy> </sturdy><sturdy>इस तरह यहां बढ़ रहा ग्राफ</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">हापुड़ के पिछले सात दिन के एक्यूआई पर नजर डालें तो यह लगातार बढ़ता नजर आ रहा है. यहां 17 दिसंबर को एक्यूआई 356, 18 दिसंबर का 331, 19 दिसंबर को 406, 20 दिसंबर को 319, 21 दिसंबर को 322 और 22 दिसंबर 321 एक्यूआई दर्ज किया गया.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy> </sturdy><sturdy>हापुड़ में रहना कितना खतरनाक</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">एक्यूआई के डेटा और रिपोर्ट की मानें तो यहां हवा की जो स्थिति अभी है, उस लिहाज से हापुड़ में रहना काफी खतरनाक है. सोमवार के डेटा के मुताबिक हवा में इतना जहर है कि आदमी बिना सिगरेट पीए ही रोज 5.3 सिगरेट के बराबर हानिकारक धुआं पी रहा है. पिछले एक हफ्ते में एक आदमी करीब 37.1 सिगरेट के बराबर प्रदूषित हवा पी चुका है. ऐसी स्थिति में घर में रहना ही बेहतर है, बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें. संभव हो तो घर में एय़र प्यूरीफायर लगवाएं. इस हालात में अस्थमा होने का खतरा ज्यादा है.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy>5. गुरुग्राम</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">साइबर सिटी के नाम से मशहूर और एनसीआर के सबसे महंगे शहरों में शुमार गुरुग्राम का एक्यूआई भी चिंताजनक है. सोमवार सुबह करीब 6 बजे गुरुग्राम का एक्यूआई 287 दर्ज किया गया.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy> </sturdy><sturdy>इस तरह यहां बढ़ रहा ग्राफ</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">गुरुग्राम के पिछले सात दिन के एक्यूआई पर नजर डालें तो यह लगातार बढ़ता नजर आ रहा है. यहां 17 दिसंबर को एक्यूआई 323, 18 दिसंबर का 391, 19 दिसंबर को 362, 20 दिसंबर को 365, 21 दिसंबर को 325 और 22 दिसंबर 337 एक्यूआई दर्ज किया गया.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy> </sturdy><sturdy>गुरुग्राम में रहना कितना खतरनाक</sturdy></p>
<p type="text-align: justify;">एक्यूआई के डेटा और रिपोर्ट की मानें तो यहां हवा की जो स्थिति अभी है, उस लिहाज से गुरुग्राम में रहना भी खतरनाक है. सोमवार के डेटा के मुताबिक हवा में इतना जहर है कि आदमी बिना सिगरेट पीए ही रोज 5.9 सिगरेट के बराबर हानिकारक धुआं पी रहा है. पिछले एक हफ्ते में एक आदमी करीब 41.3 सिगरेट के बराबर प्रदूषित हवा पी चुका है. ऐसी स्थिति में घर में रहना ही बेहतर है, बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें. संभव हो तो घर में एय़र प्यूरीफायर लगवाएं. इस हालात में अस्थमा होने का खतरा ज्यादा है.</p>
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