राम मोहन नायडू ने शुरू किया ‘एविएशन करियर गाइडेंस प्रोग्राम’, छात्रों को दिए आसमान छूने के सपने

Aviation Profession Steerage Programme: केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने बुधवार (09 अप्रैल, 2025) को भारतीय विमानन अकादमी, नई दिल्ली में ‘एविएशन करियर गाइडेंस प्रोग्राम’ की शुरुआत की. इस कार्यक्रम का उद्देश्य 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को विमानन क्षेत्र में उपलब्ध विभिन्न करियर विकल्पों के बारे में जागरूक करना और उन्हें इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित करना है.
इस मौके पर महिला पायलटों ने एक संवाद सत्र का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने छात्रों के सवालों के जवाब दिए और अपने अनुभव साझा किए. छात्रों ने भी इस सत्र में उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे माहौल बेहद प्रेरणादायक बन गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देश के सबसे युवा कैबिनेट मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा, “हम चाहते हैं कि छात्रों का जोश और जुनून इस क्षेत्र की ओर बढ़े. भारतीय विमानन क्षेत्र जिस गति से बढ़ रहा है, वैसा दुनिया में कहीं नहीं हो रहा.”
‘आने वाले समय में हर विमान के लिए होगी 15 से 20 पायलटों की मांग’
उन्होंने बताया कि भारत में आने वाले समय में 1700 नए विमानों की जरूरत होगी और हर विमान के लिए 15 से 20 पायलटों की मांग होगी. इसका मतलब है कि केवल पायलट के क्षेत्र में लगभग 34,000 नौकरियां पैदा होंगी. उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि इन नौकरियों के फॉर्म भारतीय युवा ही भरें, न कि विदेशी पायलट.”
‘अगले पांच सालों में 50 और हवाई अड्डे बनाने की योजना’
मंत्री ने देश में विमानन बुनियादी ढांचे में हो रही प्रगति पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, “2014 में देश में 74 हवाई अड्डे थे, आज यह संख्या बढ़कर 159 हो गई है. अगले पांच वर्षों में हम 50 और हवाई अड्डे बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं. हमारा लक्ष्य अगले 10 वर्षों में 120 नए गंतव्यों को जोड़ना है.”
उन्होंने छात्रों से अपने सपनों को साकार करने का आह्वान करते हुए कहा, “आप जो भी हवाई जहाज आकाश में देखते हैं, वे सिर्फ विमान नहीं हैं, बल्कि आपके सपनों की एक पूरी दुनिया हैं. जितनी जल्दी आप अपने जुनून को पहचानेंगे, उतना आसान होगा अपने रास्ते पर आगे बढ़ना.” नायडू ने सरकार की ओर से लाए गए महत्वपूर्ण विधायी सुधारों, जैसे भारतीय वायुवहन अधिनियम (Bharatiya Vayuyan Adhiniyam) और एयरक्राफ्ट प्रोटेक्शन ऑफ इंटरेस्ट इन एयरक्राफ्ट ऑब्जेक्ट बिल का भी उल्लेख किया, जो देश में विमानन उद्योग को मजबूती देने और रोजगार बढ़ाने में मदद करेंगे.
कार्यक्रम में महिलाओं पर भी हुई बात
कार्यक्रम में महिला पायलटों की सक्रिय भागीदारी पर विशेष ध्यान दिया गया. मंत्री ने कहा, “यह देखकर गर्व होता है कि महिला पायलटों ने छात्रों को धैर्यपूर्वक सुना और उनका मार्गदर्शन किया.” भारत को वैश्विक विमानन हब बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, यह पहल युवाओं को इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए तैयार करने की एक महत्वपूर्ण रणनीति है.
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