‘रिपोर्ट में आक्षेप कर रहे अध्यक्ष’, वक्फ पर जापानसी समिति में शामिल वाणिज्य मंडल का आरोप

‘रिपोर्ट में आक्षेप कर रहे अध्यक्ष’, वक्फ पर जापानसी समिति में शामिल वाणिज्य मंडल का आरोप


वक्फ बिल जेपीसी बैठक: वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर संसद की संयुक्त समिति की गुरुवार को हुई बैठक में आप में काफी अहम था क्योंकि आगामी शीतकालीन सत्र की शुरुआत से 3 दिन पहले समिति की यह बैठक हो रही थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बैठक के दौरान समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने समिति के सदस्यों से कहा कि उनकी कोशिश है कि अब इन बैठकों का दौर खत्म हो और जल्द से जल्द रिपोर्ट तैयार कर सदन को सौंप दिया जाए।

दस्तावेजों से मिली जानकारी के अनुसार समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि इस मामले में अब तक 26वीं बैठक दिल्ली में हुई है। वहीं इसके अलावा अन्य देशों की बैठकें भी अलग-अलग देशों में आयोजित की जाती हैं। इन बैठकों के दौरान देशों के अलग-अलग आदर्शों के सामने आए स्टेक धारकों से चर्चा की जाती है। जगदंबिका पाल ने कहा कि हमने ये काम करने की कोशिश की थी कि जल्द से जल्द समिति की रिपोर्ट फाइनल में पहुंचे, ताकि पता चल सके।

अर्थशास्त्री ने समिति का गठन बढ़ाने की मांग की

हालाँकि, दस्तावेज़ से मिली जानकारी के अनुसार समिति में मौजूद सुपरमार्केट के पुरातत्वविदों ने इस पर निर्भरता दर्ज की है। बिजनेस मार्केट्स ने कहा कि इस रिपोर्ट को तैयार करने में एसट स्पेस क्यों दिखाई दे रहा है। इस सूची में शामिल संगीतकार ओम बिरला से भी बातचीत की और उनकी समिति के सदस्यों ने अपनी समिति को आगे बढ़ाने की मांग की।

शीतकालीन सत्र के पहले दिन ओम बिरला से मुलाकात गृहस्थी के सदस्य

सोमवार से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के पहले दिन डेमोक्रेट के डेमोक्रेट जो इस समिति के सदस्य हैं, वोसोनेस्टर ओम बिरला से मुलाकात करेंगे। एक सामने रही जानकारी के मुताबिक, नोबल के संगीतकार ओम बिरला से मुलाकात के दौरान एंप्लॉयीज के मिनियन वक्फ को लेकर संसद संयुक्त समिति का गठन किया गया और इसे बढ़ाने की मांग की गई।

पिछले संसद सत्र में जापान सी मेक का शुभारंभ हुआ था

विपक्ष ओम बिरला ने पिछली संसद के सत्र के दौरान वक्फ बिल को लेकर संसद की संयुक्त समिति बनाने की घोषणा की थी। इस समिति में अध्यक्ष जगदंबिका पाल को कुल मिलाकर 31 सदस्य हैं। समिति के गठन के दौरान यह भी कहा गया था कि समिति संसद के शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह के दौरान अपनी रिपोर्ट सदनों के सामने पेश करे।

‘ड्राफ्ट रिपोर्ट भी तैयार’

बैठक के बाद समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि हमारी बैठकें लगभग पूरी हो चुकी हैं और हमारी ड्राफ्ट रिपोर्ट भी तैयार हो चुकी है, लेकिन क्योंकि सर्वसम्मति की अल्पसंख्यक समिति के अध्यक्ष को बढ़ावा देने की मांग कर रहे हैं और इस सर्वसम्मति से वह संसदीय समिति के सदस्यों से बात कर रहे हैं। मिलने की बात कर रहे हैं. इस बात का इंतजार है कि युगल संगीतकार क्या निर्णय लेते हैं। जगदंबिका पाल का कहना है कि इस समिति के संस्थापक सदस्यों ने सदन की सहमति ली थी। यदि कोई निर्णय नहीं होगा तो निष्पक्ष समिति के हस्ताक्षर को भी लेकर आएं।

‘रियासती रेस्टोरेंट सदस्य के लिए संशोधन’

हालाँकि, जगदंबिका पाल ने इतना जरूर साफ किया कि समिति के अध्यक्ष के रिश्तेदारों की यही कोशिश है कि समिति की रिपोर्ट जब सदनों के सामने जाए तो उनसे पहले समिति के सदस्यों के साथ पूरी चर्चा की जाए। यदि कोई संशोधन लाना चाहता है तो उसके बारे में समिति के सामने अपनी राय लिखी जाएगी और उन पर भी पूरा विचार किया जाएगा।

बिल को पास करने का तरीका कैसा होगा साफ

यानी समिति आगामी सत्र में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी या नहीं यह अब विपक्ष के संगीतकार ओम बिरला के ऊपर है। क्योंकि अर्थशास्त्री न्यूनतम प्रयास कर रहे हैं कि समिति का वेतन बढ़ाया जाए। यदि संसदीय समिति की ओर से कोई रिपोर्ट पेश नहीं की गई तो आगामी शीतकालीन सत्र में वक्फ बिल को लेकर आने वाली समिति की ओर से कोई रिपोर्ट पेश नहीं की जाएगी, लेकिन यदि संसदीय समिति की ओर से कोई रिपोर्ट पेश नहीं की जाएगी। डेमोक्रेट की मांग खारिज कर दी गई है तो डेमोक्रेट ने सत्र में वक्फ संशोधन बिल तैयार कर लिया है, संसद की संयुक्त समिति की रिपोर्ट सदनों में आ गई है। अगर रिपोर्ट पेश की जाती है तो उस वक्फ बिल को पास करने का रास्ता साफ हो जाएगा।

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