हिंद महासागर में क्यों एक्टिव हुई भारत की ‘तीसरी आंख’? डिफेंस कमेटी पहुंच गई नेवी के वॉर रूम

Indian Navy IFC-FOR Centre : रक्षा मामलों पर संसद की स्थाई कमेटी के सदस्यों (सांसदों) ने भारतीय नौसेना के गुरुग्राम स्थित IFC-FOR सेंटर का दौरा किया है. इस दौरान भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने सांसदों को बताया कि समंदर की निगहबानी और सुरक्षा कैसे की जाती है.
नौसेना का इंर्फोमेशन फ्यूजन सेंटर (IFC) वॉर-रूम की तरह इस्तेमाल किया जाता है. यहां से पूरे हिंद महासागर पर नजर रखी जाती है. इसके लिए भारतीय नौसेना के सभी जंगी जहाज, पनडुब्बियां और समुद्री-तटों पर स्थित रडार स्टेशन जुड़े हुए हैं. इसके साथ सैटेलाइट कम्युनिकेशन से भी IFC को जोड़ा गया है.
पायरेसी, हाईजैकिंग, स्मगलिंग सब पर नजर
हिंद महासागर में होने वाली पायरेसी, हाईजैकिंग, स्मगलिंग, गैर-कानूनी फिशिंग और मानव तस्करी जैसे समुद्री-अपराध पर नकेल कसने के लिए IFC, मित्र-देशों की नौसेनाओं के साथ सहयोग करती है.
इसके लिए एफआईसी दो दर्जन से ज्यादा देशों की नौसेनाओं के साथ सहयोग करती है. साथ ही संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की मैरीटाइम एजेंसियों के साथ-साथ करीब 50 अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से भारतीय नौसेना के इस आईएफसी के साथ 24X7 जुड़ी रहती है.
The #IndianNavy hosted the members of Parliamentary Standing Committee on Defence #SCOD at @IFC_IOR and had been briefed on the Navy’s pivotal position in safeguarding #MaritimeSecurity. The Committee appreciated the position of #IFCIOR & IMAC in selling maritime security & coordinating… pic.twitter.com/Me39NzyclK
— SpokespersonNavy (@indiannavy) April 13, 2025
फिलहाल, गुरूग्राम स्थित IFC-इंडियन ओसियन रीजन में 14 मित्र-देशों के ILO तैनात हैं. जल्द ही जर्मनी, इंडोनेशिया और कीनिया सहित चार अन्य देशों की भागीदारी भी इस सेंटर में होने जा रही है. ऐसे में कुल 18 देशों के नेवल ऑफिसर आईएफसी-आईओआर में हर समय मौजूद रहेंगे.
इन देशों के ILO आईएफसी में हैं तैनात
इस समय जिन 14 देशों के आईएलओ आईएफसी में तैनात हैं, उनमें ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, फ्रांस, इटली, जापान, मालदीव, मॉरीशस, सेशेल्स, सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड, इंग्लैंड (यूके) और यूएसए (अमेरिका) शामिल हैं.
भारत का बढ़ गया है समुद्री-सहयोग
हाल के दिनों में भारत का समुद्री-सहयोग, जर्मनी, इंडोनेशिया और कीनिया से काफी बढ़ गया है. भारतीय नौसेना की छह स्टेल्थ पनडुब्बी (AIP) से जुड़े प्रोजेक्ट 75 (I) के लिए जर्मनी की थाइसेनक्रुप कंपनी मुख्य दावेदार के तौर पर उभर कर सामने आई है. इसके साथ जर्मनी, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की तैयारी में है.
इंडोनेशिया की नौसेना ने भारत से ब्रह्मोस खरीदने में दिखाई दिलचस्पी
इंडोनेशियाई नौसेना भी भारतीय नौसेना के साथ साझा युद्धाभ्यास के अलावा ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है. जनवरी के महीने में इंडोनेशियाई नौसेना के प्रमुख ने खुद आईएफसी सेंटर का दौरा किया था. अगले महीने (13-18 अप्रैल) से जिस केमी एक्सरसाइज को भारतीय नौसेना, 10 अफ्रीकी देशों के साथ आयोजित करने जा रही है, उसमें केन्या भी शामिल है.
सोमालियाई समुद्री-दस्यु के खिलाफ एंटी पायरेसी ऑपरेशन में निभाई IFC की अहम भूमिका
ऐसे में जैसे ही हिंद महासागर क्षेत्र में किसी भी बोट या जहाज से SOS कॉल मिलती है, भारतीय नौसेना के सबसे करीबी युद्धपोत और नेवल स्टेशन को अलर्ट जारी कर दिया जाता है. पिछले साल अरब सागर में सोमालियाई समुद्री-दस्यु की कई वारदातों को आईएफसी की निगरानी और सहयोग के जरिए ही विफल की गई थी.