4 हजार सीढ़ियों से नीचे उतरे, राजा और सोनम के साथ ही थे 3 ‘किलर’, शिलांग में चश्मदीद गाइड ने ab

Raja Raghuvanshi Homicide Case: इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में अब धीरे-धीरे सभी राज खुलकर सामने आने लगे हैं. इस बीच एबीपी न्यूज ग्राउंड जीरो पहुंचा जहां से ये पूरा मामला सुर्खियों में आया. सोनम रघवंशी पति राजा के साथ स्कूटी से शिलांग के मावलखियात गांव आई थी. यहीं पर स्कूटी को खड़ा करके वे हजारों फीट गहड़ाई में करीब 4000 सीढ़ियों से उतरकर डबल डेकर ब्रिज देखने के लिए गई थी.
शिलांग में चश्मदीद गाइड ने क्या बताया?
डबल डेकर ब्रिज पर जाने के लिए दो रास्ते हैं. एक कठिन और एक आसान रास्ता, लेकिन सोनम ने कठिन रास्ता ही चुना. यहां से सोनम और राजा को जाते हुए एक गाइड ने भी देखा था. गाइड ने पुलिस को बयान दिया था कि सोनम और राजा उस रास्ते से जा थे और उनके साथ तीन लोग भी थे जो हिंदी में बात कर रहे थे. ये रास्ता वास्तव में बड़ा ही खतरनाक है. यहां दूर-दूर तक कोई नजर नहीं आता है.
इस ब्रिज पर जाने के लिए 50 रुपये की एंट्री फीस है और जो भी टूरिस्ट नीचे जाता है बाकायदा उनका नाम और फोन नंबर नोट किया जाता है. एबीपी न्यूज ने नाम और नंबर नोट किए जाने वाले रजिस्टर की पड़ताल की तो उसमें राजा और सोनम में से किसी का नाम नहीं था. यानी कि ये सभी साजिश का एक हिस्सा था.
होम स्टे के फर्स्ट फ्लोर पर रुके थे राजा-सोनम
शिप्रा होम स्टे के फर्स्ट फ्लोर पर कमरा नंबर 4 में राजा रघुवंशी और सोनम रुके थे. होम स्टे के मालिक ने बताया कि दोनों ने 22 मई को चेक इन किया. उसके बाद बाहर घूमने के लिए चले गए. वापस आकर दोनों ने खाना आर्डर किया और फिर सोने चले गए. सोनम और राजा के साथ 22 मई को एक गाइड भी आया था, लेकिन वो 23 मई को नहीं था. जब होम स्टे के मालिक ने गाइड के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि उन्हें रास्ता पता है वे चले जाएंगे.
23 मई की सुबह करीब 5:30 बजे दोनों ने चेक आउट किया और उस दौरान एक और शख्स ने सोनम और राजा को देखा था. दोनों ब्रिज पर फोटो खींच रहे थे. उस शख्स की माने तो इतनी सुबह कोई टूरिस्ट नही था. इसके बाद वो 23 मई को वापस मावलखियात के लिए निकल गए. रास्ते मे एक चाय दुकान पर उन्होंने चाय पी और आगे बढ़ गए.