भारत में तेजी से बढ़ रहा कोरोना, नया वेरिएंट कितना खतरनाक? ICMR ने दिया पूरा अपडेट

भारत में तेजी से बढ़ रहा कोरोना, नया वेरिएंट कितना खतरनाक? ICMR ने दिया पूरा अपडेट

Corona virus replace: कोरोना वायरस ने एक बार फिर से पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. भारत में कोविड 19 पॉजिटिव लोगों की संख्या एक हजार के पार जा चुकी हैं. वहीं राजधानी दिल्ली में फिलहाल 99 एक्टिव केस हैं. दिल्ली के साथ-साथ महाराष्ट्र और केरल समेत कई राज्यों में नए केस दर्ज किए गए हैं. इसको लेकर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने प्रतिक्रिया भी दी है. उसका कहना है कि फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है.

भारत में कोविड 19 के बढ़ने का कारण नया वेरिएंट माना जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक NB. 1.8.1 और LF.7, JN.1 वेरिएंट की वजह से केस बढ़ रहे हैं. अमेरिका में भी नए वेरिएंट के केस पाए गए हैं. यह वेरिएंट चीन में भी पाया गया था. अब एशिया के दूसरे देशों में भी फैलना शुरू हो गया है.

बढ़ते कोरोना केस पर क्या बोले ICMR के महानिदेशक

ICMR के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने कहा कि अभी तक जो केस मिले हैं, वे ज्यादा गंभीर नहीं हैं. उन्होंने कहा, ”भारत में कोविड-19 संक्रमण बढ़ रहा है, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि ये गंभीर नहीं हैं. हम इस पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं.” उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार सक्रिय रूप से मामलों की निगरानी कर रही है. बहल ने कहा, ”अभी तक सभी कोविड मामलों में गंभीर मामलों का प्रतिशत आम तौर पर कम है.”

कोरोना वायरस की वजह से कई लोग गंवा चुके हैं जान

स्वास्थ्य मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक कोविड19 की वजह से इस बार महाराष्ट्र में 3 लोगों की मौत हुई हैं. वहीं केरल में लोगों ने जान गंवाई है. जबकि कर्नाटक में 1 व्यक्ति की मौत हुई है. राजस्थान के जयपुर में भी एक शख्स की जान गई है.

देश में दर्ज हुए एक हजार से ज्यादा नए केस

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी नए आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोविड के 1,009 मामले हैं, जिनमें केरल (430), महाराष्ट्र (209) और दिल्ली (104) में मामले दर्ज किए गए हैं. 

दिल्ली सरकार ने कोविड को लेकर जारी की एडवाइजरी

दिल्ली सरकार ने कोविड-19 को लेकर एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें राजधानी के अस्पतालों को बिस्तर, ऑक्सीजन, दवाओं और टीकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया था. एडवाइजरी में कहा गया, “अस्पतालों को बेड, ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक्स, अन्य दवाओं और टीकों की उपलब्धता के मामले में तैयारी सुनिश्चित करनी चाहिए. वेंटिलेटर, बीआई-पीएपी, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और पीएसए जैसे सभी उपकरण चालू हालत में होने चाहिए.”

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